Caste census मोदी कैबिनेट ने जाति जनगणना को मंजूरी दे दी है। बुधवार को हुई CCPA की बैठक में सरकार ने जाति जनगणना करने का फैसला लिया है। देश भर में शुरू होने वाली जनगणना के साथ ही यह आंकड़ा भी अब जुटाया जाएगा, की किस जाती के कितने लोग हैं भारत में, बता दें कि जनगणना के फॉर्म में ही जाति का भी कॉलम होगा। इसके आधार पर ही जानकारी जुटाई जाएगी कि देश में किस जाति के कितने लोग हैं।
राहुल गांधी का सवाल कब कराएगी जनगणना मोदी सरकार
Caste census राहुल गांधी और अखिलेश यादव जैसे नेता लगातार मांग करते रहे हैं कि, जाति जनगणना होना चाहिए, राहुल गांधी तो कई बार कहते रहे हैं कि, अगर हम सत्ता में आए तो जाति जनगणना कराएंगे और आरक्षण की 50 फीसदी लिमिट को खत्म कर देंगे। जिससे संसाधनों के बंटवारे, आरक्षण और लाभ के लिए नीतियां बनाने में मदद मिल सके।
मंगलवार को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार के फैसले का स्वागत किया है लेकिन इसके अलावा उन्होंने कुछ मांगे रखी कहा हम यह भी जानना चाहते हैं कि ये जनगणना कब कराएगी सरकार ।
कया आप जानते हैं कि भारत में पहली जनगणना कब हुई आए जानते पूरा इतिहास
भारत में हर दस साल में जनगणना कराया जाता है , भारत में अंग्रेजों की हुक़्मत में पहली जनगणना कराया गया था, पहली बार भारत में जनगणना 1872 में की गई थी , लेकिन पहली समकालिक जनगणना 1881 में आयोजित की गई जो कि लॉर्ड मेयो के शासनकाल में हुई, जबकि पहली समकालिक जनगणना लॉर्ड रिपन के शासनकाल में हुई 1881 यानी लॉर्ड रिपन के शासनकाल से हर दस साल में करने जाने लगा। भारत को 1947 में आजादी मिलने के बाद पहली जनगणना 1951 में हुई और आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी। भारत में 2011 के हुई जनगणना आंकड़ों के मुताबिक, 2011 में भारत की कुल जनसंख्या 121 करोड़ थी, जबकि लिंगानुपात 940 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष और साक्षरता दर 74.04 फीसदी था।
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